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लौट आई हूं अपने मैदान में- प्रीति जिंटा

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-अजय ब्रह्मात्मज एक तरह की फिल्मों से ऊब चुकी प्रीति जिंटा ने 2008 में एक बड़ा फैसला लिया। उन्होंने इंडियन प्रीमियर लीग में किंग्स एलेवन पंजाब टीम खड़ी की और क्रिकेट के मैदान में उतर आईं। तब अनेक भवें तनी थीं कि इंडियन प्रीमियर लीग में औरत और अभिनेत्री क्या करेगी? प्रीति ने किसी की परवाह नहीं की। वह अपनी टीम के खिलाडिय़ों के साथ मैदान,ग्रीन रूम और स्टेडियम में टिकी रहीं। अपेक्षित जीत नहीं मिलने से वह निराश भी हुईं। ऐसी ही एक निरशा के क्षण वह दलाई लामा के साथ थीं। दलाई लामा ने समझाया कि निराश न हो। क्रिकेट तुम्हारा मैदान नहीं है। यहां तुम दूसरों पर निर्भर हो। अपने अभिनय के मैदान में डटो। वहां हारो तो निराश होना। प्रीति ने कमर कसी और तय किया कि वह फिर से फिल्मों में आएंगी। इस बार उन्होंने निर्माता की भी जिम्मेदारी ले ली है। उनकी फिल्म इश्क इन पेरिस रिलीज के लिए तैयार है। इस फिल्म में वह अभिनय भी कर रही हैं। - आप ने फिल्मों से मुंह मोड़ा और अब फिर से फिल्मों का दामन थाम रही हैं। फिल्मों से आप के रिश्ते में इन बदलावों की कोई वजह तो होगी? 0 एक ऐसा वक्त था कि हर तरह की फिल्में थीं मेरे पा...

अशोक मेहता ashok mehta cinematographer

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चवन्‍नी के पाठकों के लिए यह इंटरव्‍यू http://cameraworking.raqsmediacollective.net/pdf/interviews/ashok_mehta.PDF से लिया गया है। यह 1996 में पहली बार प्रकाशित हुआ था।  ASHOK MEHTA Can you tell us how you came to Bombay? I came to Bombay when I was very young. I must have been about 13 or 14 years old. I ran away from home when I was in class seven… When I came to Bombay, I knew nobody and I had no friends here. I did any job that came my way. My first job was working with a hawker. I used to sell boiled eggs. Another job offered to me soon after was to sell watermelon slices – this was in 1963. Once, during a holiday, I got a chance to go and see a film shoot happening. So I decided to actually go to the studios after that to see if I could find something to do. I went to Ranjeet Studio, Rooptara Studio and to the Sri sound studios at Dadar. They wouldn’t allow me in. The gates were closed. Shooting was going on inside and I couldn’t go in, they said. Whi...