स्पेशल छब्बीस पर सोनाली सिंह की टिप्पणी
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चवन्नी के पाठकों के लिए सोनाली सिह की खास टिप्पणी... फिल्म इतनी चुस्त - दुरुस्त है कि सिनेमा हॉल में एकांत तलाश रहे प्रेमी जोड़ो को शिकायत हो सकती है । फिल्म का ताना -बाना असल घटनायों को लेकर बुना गया है। यह किसी भी एंगल से "Ocean'11" से प्रेरित नहीं है । "Ocean' 11" के सभी सदस्य अपनी-अपनी फ़ील्ड के एक्सपर्ट थे। कोई मशीनरी ,कोई विस्फोटक तो कोई हवाई करतब में पारंगत था।यह नीरज पाण्डेय की" स्पेशल 26 "है, जिसमे बहुत सारे बच्चे पैदा करने वाले आम आदमी और बीवी के कपड़े धोने वाले अदने से आदमी हैं । जब कलकत्ता के बाज़ार में नकली सीबीआई की भिडंत असली सीबीआई से होती है तब नकली सीबीआई ऑफिसर अनुपम खेर का आत्मविश्वास डगमगाने लगता है । ऐन वक़्त पर अक्षय कुमार का आत्मविश्वास स्थिति संभाल लेता है। यह भारत की कहानी है,जहाँ "आत्मविश्वास कैसे जगाये/बढ़ाये " जैसी किताबे सबसे ज्यादा पढ़ी जाती है। यह हम सभी भारतीयों...