फिल्म समीक्षा - महायोद्धा राम
रावण के नजरिए से महायोद्धा राम -अजय ब्रह्मात्मज हिंदी में एनीमेशन फिल्में कम बनती हैं। एलीमेशन को मुख्य रूप से कार्टून और विज्ञापनों तक सीमित कर दिया गया है। कुछ सालों पहले एक साथ कुछ फिल्में आई थीं। उन्हें भी बच्चों को ध्यान में रख कर बनाया गया था। यही बात ‘ महायोद्धा राम ’ के बारे में भी कही जा सकती है। रोहित वैद के निर्देशन में बनी इस एनीमेशन फिल्म में राम की कहानी है। रामलीला देख चुके और रामचरित मानस पढ़ चुके दर्शकों को यह एनीमेशन फिल्म देखते हुए उलझन हो सकती है। एक तो लेखक ने ‘ महायोद्धा राम ’ की कहानी रावण के नजरिए से लिखी है। फिल्म देखते हुए प्रसंग और घटनाओं के चित्रण में रावण की साजिश दिखाई गई है। राम के बाल काल से लेकर अंतिम युद्ध तक रावण की क्रिया और राम की प्रतिक्रिया है। रावण को पहले ही दृश्य में राक्षस बता दिया जाता है और राम को अवतार बताया गया है। राक्षस किसी भी तरह अवतार के इहलीला समाप्त करना चाहता है। रामकथा के क्रम और कार्य व्यापार में भी तब्दीली की गई है। किरदारों के एनीमेशन स्वरूप गढ़ने में कल्पना का अधिक सहारा नहीं लिया गया है। ...