दरअसल:नौ साल की बच्ची के ख्वाब
-अजय ब्रह्मात्मज रुबीना अली ज्यादा परिचित नाम नहीं लगता, लेकिन स्लमडॉग मिलेनियर के साथ इस नाम को जोड़ दें, तो कम से कम शहर के लोग इस नाम और चेहरे को जरूर पहचान जाएंगे। रुबीना मुंबई के बांद्रा इलाके में स्थित गरीब नगर झोंपड़पट्टी की बच्ची है। उसने स्लमडॉग मिलेनियर में काम किया था और इसी के सिलसिले में वह ऑस्कर के रेड कार्पेट पर घूम आई। तब से वह और उसका साथी कलाकार अजहर सुर्खियों में है। कभी उनके झोंपड़े गिराए जाते हैं, तो कभी उन्हें फ्लैट मिल जाते हैं। कभी कोई उनकी पढ़ाई का खर्चा उठाने को तैयार मिलता है, तो कभी कुछ और कभी कुछ और। हाल ही में रुबीना अली की आत्मकथा प्रकाशित हुई है। रुबीना अभी ठीक से लिखना-पढ़ना नहीं जानती.., वह ठीक से बोल भी नहीं पाती है, लेकिन उसकी आत्मकथा छपकर आ गई है। मालूम नहीं कि अपनी आत्मकथा में लिखे शब्द और वाक्यों का वह सही मतलब समझती भी है या नहीं? आत्मकथा के आखिरी अध्याय में रुबीना ने बताया है कि एक फ्रांसीसी प्रकाशक ने मेरी जीवनी में रुचि दिखाई। मुझे भी अच्छा लगा, क्योंकि मैं अपनी जिंदगी के बारे में लोगों को बता सकूंगी कि मैं क्या हूं? झोंपड़पट्टी की बच्ची रुबीन...