रीमेक की जंजीर .....
चवन्नी के पाठकों के लिण् सौम्य वचन से साभार। उनके अन्य लेख वहां जाकर पढ़ सकते हैं। -सौम्या अपराजिता कहते हैं बीता वक़्त लौटकर नहीं आता,पर हिंदी फिल्मों के सन्दर्भ में ऐसा नहीं है। हिंदी फिल्में लौटकर आती रहीं है। रीमेक के रूप में पुरानी हिंदी फिल्मों की वापसी होती रही है। हालांकि नए कलेवर में पेश की जाने वाली पुरानी फिल्मों के नए संस्करण पहले-सा जादू नहीं चला पाते हैं। नए कलाकारों और नए अंदाज में पेश की जाने वाली रीमेक फ़िल्में दर्शकों के दिलों में बसी पुरानी (मौलिक) फिल्मों की यादों को भूला नहीं पाती हैं। उम्मीदों और अपेक्षाओं पर खरा उतरने के दबाव के बावजूद रीमेक की जंजीर ने हिंदी फिल्मों को जकड रखा है। पुरानी लोकप्रिय हिंदी फिल्मों को नयी तकनीक और आधुनिक दृष्टिकोण की चाशनी में डूबोकर पेश करने का सिलसिला जारी है। अमिताभ का रीमेक कनेक्शन जंजीर' की रीमेक की पहली झलक पिछले दिनों प्रस्तुत की गयी। अमिताभ बच्चन के फ़िल्मी सफ़र में मील का पत्थर साबित हुई थी 'जंजीर'। 'जंजीर' ने सदी के महानायक की एंग्री यंग मैन की छवि की नींव रखी थी। ऐसे म...