बारिश में भीगता हुआ पोस्टर-दिनेश श्रीनेत
हिन्दी टाकीज-१२ इस बार दिनेश श्रीनेत.दिनेश श्रीनेत इंडियन बाइस्कोप नाम से ब्लॉग लिखते हैं.हिन्दी में फिल्मों पर लिखनेवाले चंद गंभीर और महत्वपूर्ण में से एक हैं दिनेश श्रीनेत.इन दिनों वे एक हिन्दी पोर्टल की संपादन जिम्मेदारियों की वजह से बैंगलोर में रहते हैं.अपने बारे में उन्होंने लिखा है,बीते दस सालों से पत्रकारिता. फिलहाल बैंगलोर में. एक न्यूज़ पोर्टल में एडीटर. कुछ लेख, कुछ कहानियां प्रकाशित, सिनेमा तथा अन्य दृश्य विधाओं से गहरा लगाव. सिनेमा के प्रति सबसे पहले मन में कब अनुराग जन्मा यह तो नहीं कह सकता, पर इतना जरूर है कि जितनी स्मृतियां वास्तविक जीवन की हैं, उतनी ही सिनेमाई छवियों की भी. अगर सिनेमा को याद करूं तो मैं उन तमाम पोस्टरों को नहीं भूल सकता, जिन्होंने सही मायनों में इस माध्यम के प्रति मेरे मन में गहरी उत्सुकता को जन्म दिया। जबसे मैंने थोड़ा होश संभाला तो सिनेमा के पोस्टरों ने मेरा ध्यान खींचना शुरु किया। मुझे यह पता होता था कि ये फिल्में मैं नहीं देख सकता मगर पोस्टर से मैं उनकी कहानियों के बारे में कयास लगाया करता था। बाद के दिनों में भी पोस्टरों से इतना ज्यादा जुडा़ रहा ...