दरअसल : हेमामालिनी की आधिकारिक जीवनी
दरअसल
हेमामालिनी की आधिकारिक जीवनी
-अजय ब्रह्मात्मज
हिंदी फिल्म इंडस्ट्री के कलाकारों की जीवनियां और
आत्मकथाएं धड़ाधड़ छप रही हैं। कलाकारों के साठ के आसपास पहुंचते ही अप्रोच किया
जाने लगता है। उनमें से कुछ तैयार हो जाते हैं। गौर करें तो ये जीवनियां और आत्मकथाएं
ज्यादातर फिल्म पत्रकार लिख रहे हैं। देव आनंद के बाद अमरीश पुरी और नसीरूद्दीन
शाह ने अपनी आत्मकथाएं खुद लिखीं।
किसी दिन अमिताभ बच्चन ने आत्मकथा लिखी तो वह हर
लिहाज से श्रेष्ठ होगी,क्यों कि उनके पास भाषा और अभिव्यक्ति है। उनके पिता ने लिखा
था, ‘अमित का
जीवन अभी भी इतना रोचक, वैविध्यपूर्ण, बहुआयामी
और अनुभव समृद्ध है - आगे और भी होने की
पूरी संभावना लिए-कि अगर उन्होंने कभी लेखनी उठाई तो
शायद मेरी भविष्यवाणी मृषा न सिद्ध हो’। मैंने इसकी याद दिलाते हुए अमित जी
से पूछा था कि क्या वे अपने बाबूजी की बात सही सिद्ध करेंगे तो उनका जवाब था,’ मुझमें इतनी क्षमता है नहीं कि मैं इसे सिद्ध करूं। उनका ऐसा
कहना पुत्र के प्रति उनका बड़प्पन है ।
लेकिन एक तो मैं आत्मकथा लिखने वाला नहीं हूं। और यदि कभी लिखता तो जो बाबूजी ने लिखा है,उसके साथ कभी तुलना हो ही नहीं सकती। क्योंकि बाबूजी ने जो लिखा है, आज लोग ऐसा कहते हैं कि उनका जो गद्य है वो पद्य से ज्यादा बेहतर है। खास तौर से आत्मकथा। उनके साथ
अपनी तुलना करना गलत होगा।‘ अपनी आत्मकथा भेंट करते हुए हरिवंश राय बच्चन ने लिखा था,’ प्यारे बेटे अमित को, जो मुझे
विश्वास है, जब अपनी आत्मकथा लिखेगा तो लोग मेरी
आत्मकथा भूल जाएंगे?’अमिताभ बच्चन एक तरीके से किस्तों
में अपनी आत्मकथा ब्लॉग में लिख रहे हैं। फिल्मी भाषा में कहें तो उक अच्छा
एडीटर उनके ब्लॉग के फुटेज से एक पठनीय और पूर्ण आत्कथा संपादित कर सकता है।
हाल ही में हेमा
मालिनी की आधिकारिक जीवनी प्रकाशित हुई है। इसे उनके परिचित फिल्म पत्रकार रामकमल
मुखर्जी ने लिखा है। रामकमल मुखर्जी कोलकाता में पत्रकारिता के आरंभिक दिनों से
हेमा मालिनी के फैन रहे हैं। उन्होंने मुंबई आने के कुछ सालों के अंदर ही ‘हेमा
मालिनी दीवा अनवेल्ड’ काफी बुक तैयार किया था। हेमा
मालिनी की परिचित और करीबी भावना सोमैया भी उनकी जीवनी लिख चुकी हैं। इन दो
किताबों के बाद आधिकारिक आत्मकथा के लिए हेमा मालिनी को तैयार करने से ही रामकमल
मुखर्जी के उत्साह और लगन की कल्पना की जा सकती है। यह दीगर तथ्य है कि फिल्म
कलाकार अंग्रेजी में जीवनी और आत्मकथा के लिए जल्दी तैयार हो जाते हैं। हिंदी
फिल्मों के कलाकार हिंदी में आत्म्कथा नहीं लिखते। बलराज साहनी अकेले अपवाद बने
हुए हैं।
रामकमल मुखर्जी
लिखित हेमा मालिनी की जीवनी का टायटल ‘बियांड
ड्रीम गर्ल’ है। टायटल से ही स्पष्ट है कि यह केवल
अभिनेत्री हेमा मालिनी की जीवनी नहीं है। हेमा मालिनी 15 सालों तक नंबर वन
अभिनेत्री रहीं। अपने समय की इस व्यस्त अभिनेत्री ने धर्मेन्द्र से शादी की। वह
धर्मेन्द्र की दूसरी पत्नी हैं। वह अपनी बेटियों के साथ अलग बंगले में रहती हैं।
वह एक स्वतंत्र जिंदगी जी रही है। अभी तो वह भाजपा की नेता और एक्टिव कार्यकर्ता
हैं। इसके साथ उनकी नृत्य नाटिकाओं का निरंतर प्रदर्शन होता रहता है। 14 साल की
उम्र से फिल्मों में सक्रिय हेमा मालिनी की जिंदगी अभिनेत्री और औरत के रूप में
निश्चित ही दिलचस्प होगी। इस जीवनी को पढ़ने के बाद हम औरत हेमा मालिनी से परिचित
होंगे,जिन्होंने आज का मुकाम हासिल किया है।
जीवनी के विमोचन
के अवसर पर हेमा मालिनी ने बताया कि उन्होंने रामकल मुखर्जी के कहने पर खुद से
संबंधित सभी मुद्दों पर बात की है। उन्होंने पहली बार अपने सौतेले बेटों सी और
बॉबी देओल के साथ अपने संबंधों पर भी प्रकाश डाला है। एक और बाम इस जीवनी को दूसरे
कलाकारों से अलग करती है कि इसकी भूमिका माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी
ने लिखी है।
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