रोजाना : मुश्किलें बढ़ेंगी कंगना की

रोजाना
मुश्किलें बढ़ेंगी कंगना की
-अजय ब्रह्मात्मज

पिछले हफ्ते रिलीज हुई कंगना रनोट की फिल्म सिमरन दर्शकों को बहुत पसंद नहीं आई है। कंगना के प्रशंसक भी इस फिल्म से नाखुश हैं। उन्हें कुछ ज्यादा बेहतर की उम्मीद थी। इस फिल्म में कंगना रनोट का निजी व्यक्तित्व और सिमरन का किरदार आपस में गड्ड-मड्ड हुए हैं। फिल्म देखते समय दोनों एक दूसरे को ग्रहण लगाते हैं या ओवरलैप करते हैं। नतीजा यह होता है कि हम वास्तविक कंगना और फिल्मी सिमरन के झोल में फंस जाते हैं। सिमरन में हमेशा की तरह कंगना रनोट का काम का काम बढ़िया है,लेकिन फिल्म कहीं पहुंच नहीं पाती है और निराश करती है। ज्यादातर समीक्षकों ने कंगना के काम की तारीफ की है ,जबकि फिल्म उन्हें पसंद नहीं आई है।
ऐसा माना जा रहा है कि 'सिमरन' को अपेक्षित प्रशंसा और कामयाबी नहीं मिलने से कंगना रनोट की मुश्किलें बढ़ेंगी। सभी मानते हैं कि फिल्में नहीं चलती हैं तो फिल्में मिलनी भी कम होती हैं। जो लोग  यह मान रहे हैं कि पहले 'रंगून' और अभी 'सिमरन' के नहीं चलने से कंगना को फिल्में नहीं मिल पाएंगी, वह सरलीकरण के धारणा से ग्रस्त हैं । सच्चाई यह है कि दो-चार फिल्मों के फ्लॉप होने से कंगना के स्तर के स्टार के कैरियर में ज्यादा फर्क नहीं पड़ता। उन्हें फिल्में में मिलती रहती हैं और कंगना रनोट ने तो घोषणा कर रखी है कि 'मणिकर्णिका' के बाद वह अपनी फिल्में खुद ही डायरेक्ट करेंगी। वह लेखन और निर्देशन के प्रति गंभीर हैं। समर्थ अभिनेत्री के तौर पर उन्होंने खुद को स्थापित किया है। उन्होंने तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार भी हासिल किया है।
दरअसल कंगना की मुश्किलें दूसरे किस्म की होंगी सिमरन की रिलीज के पहले उन्होंने अपने टीवी इंटरव्यू में जिस ढंग से खुलकर बातें की और ढेर सारे राज और रहस्य उद्घाटित किए कौन से फिल्मी हस्तियां सहम गई है। पिछले दिनों एक पॉपुलर फिल्म स्टार ने स्वीकार किया कि अगर भविष्य में उन्हें कंगना रनोट के साथ कोई फिल्म मिलेगी तो  वे ना कर देंगे। वह ऐसी अभिनेत्री के साथ काम नहीं करना चाहेंगे जिसकी मौजूदगी में बात-व्यवहार को लेकर अधिक सावधानी बरतनी पड़े।हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में भी समाज के विभिन्न क्षेत्रों की तरह बहुत कुछ दवा छुपा और रहस्य में रहता है उनके बारे में सभी जानते हैं लेकिन इंडस्ट्री के बाहर कोई उनकी चर्चा नहीं करता। यहां तक कि मीडिया के लोग भी ऐसे रहस्यों के मामले में अपनी आंखें और मुंह बंद रखते हैं। हिंदी फिल्मों के सभी पॉपुलर स्टार से संबंधित कुछ स्याह किस्से हैं, जो सभी कहते सुनते हो शेयर करते हैं। लेकिन उनके बारे में लेखों और संस्मरणों में कोई नहीं लिखता। एक समझदारी के तहत सब कुछ रोशनी के पीछे ढका रहता है। कंगना रनोट ने अपने वक्तव्यों से ऐसे रहस्यों को प्रकाशित कर दिया है। यही उनकी मुश्किलों का सबब बन गया है। फिल्म इंडस्ट्री का कुनबा उन्हें शक की निगाह से देखता है और आपसी मेलजोल से उन्हें दूर रखता है। अनजाने ही कंगना रनोट को अलग-थलग करने की कोशिशें आरंभ हो गई हैं। अब देखना है की कंगना रनोट इन मुश्किलों से कैसे निबटती हैं?

Comments

Popular posts from this blog

तो शुरू करें

फिल्म समीक्षा: 3 इडियट

सिनेमालोक : साहित्य से परहेज है हिंदी फिल्मों को