संगीत के जरिए हुई दोस्ती : आयुष्मान परिणीति
संगीत के जरिए हुई दोस्ती
-अजय ब्रह्मात्मज
आयुष्मान खुराना और परिणीति चोपड़ा दोनों ही यशराज
फिल्म्स के बैनर तले आ रही ‘मेरी प्यारी बिंदु’ में पहली बार साथ नजर आएंगे। यह फिल्म कोलकाता की पृष्ठभूमि
पर बनी है। रोमांस की नई जमीन तलाशती इस फिल्म में आयुष्मान और परिणीति बिल्कुल
नए मिजाज के किरदारों में दिखेंगे। सप्तरंग के लिए उन दोनों से बातचीत करते समय
हम ने औपचारिक सवालों को दरकिनार कर दिया। दोनों कलाकारों को खुद के साथ अपने
किरदारों के बारे में बताने की आजादी दी।
आयुष्मान- तीन साल पहले सौमिक सेन ने मुझे इस फिल्म
की कहानी सुनाई थी। उसी समय वे परिणीति से भी बात कर रहे थे। तब यह फिल्म यशराज
के पास नहीं थी। बाद में पता चला कि यशराज के लिए इसे अक्षय राय डायरेक्ट कर रहे
हैं। मेरी खुशी गहरा गई इस जानकारी से।
परिणीति- मुझे लगता है कि हर स्क्रिप्ट की अपनी
डेस्टिनी होती है। मेरी ‘इश्कजादे’ के साथ भी यही हुआ था। ‘मेरी प्यारी बिंदु’ मैंने भी पहले सौमिक दा से सुनी थी। तब किसी और फिल्म में
व्यस्त होने की वजह से मैंने मना कर दिया था। बाद में यह फिल्म लौट कर मेरे पास
आ गई।
आयुष्मान- परिणीति अंबाला की हैं। मैं चंडीगढ़ का
हूं। हमारी पहले मुलाकात तक नहीं हुई। परिणीति मुझ से पांच साल जूनियर थी। मेरी एक
ख्वाहिश थी कि कभी ऐसी हीरोइन के साथ काम करने का मौका कमले जिसे म्यूजिक पसंद
हो और जो गाती भी हो। उसके साथ संगीत पर बातें की जा सके।
परिणीति- कभी सोचती हूं कि आयुष्मान से मेरी दोस्ती
इतनी गहरी क्यों है? मुझे यही जवाब मिलता है कि हमलोग
काफी कनेक्टेड हैं। हमारी लाइफ सिमिलर है। हम एक जैसे फमिली बैकग्राउंड से हैं।
मुंबई आने के बाद बहुत सारी चीजें ट्राय करने के बाद हमें फिल्मों में मौका मिला।
हम एक्टर बने। म्यूजिक का हमारा प्यार बहुत ज्यादा है। आयुष्मान को संगीत की
ज्यादा जानकारी है।
आयुष्मान- संगीत की एकेडमिक जानकारी है परिणीति को।
इसने पढ़ाई की है। डिग्री ली है।
परिणीति- लेकिन म्यूजिक के प्रति आयुष्मान का पैशन
बहुत ज्यादा है। हमारी दोस्ती का जरिया संगीत ही बना। इस दोस्ती की वजह से पता
ही नहीं चला कि कब फिल्म बन गई और हमलोग प्रमोशन करने लगे। एक साल की जान-पहचान
में ही लग रहा है कि मैं इसे सालों से जानती हूं।
आयुष्मान- पांच साल पहले हम आईफा में मिले थे तो
परिणीति ने ईर्ष्या से कहा था कि यार तूने तो गा भी लिया। परिणीति चाहती थी कि
उसे पहले गाने का मौका मिल जाए। मैं भी चाहता था कि परिणीति गाने गाए। इतनी सीधी
और सुर में है इसकी आवाज।
परिणीति- आयुष्मान ने ही मुझे गाने के लिए इंस्पायर
किया। मैं आयुष्मान की तरह एक्टिव एक्टर और सिंगर बनना चाहती हूं। मेरी कुछ तमन्नाएं
‘मेरी प्यारी बिंदु’ में
पूरी हुई हैं। आयुष्मान मेरे लिए मनीष और अक्षय की तरह स्पेशल है और रहेंगे।
आयुष्मान- कोलकाता के शेड्यूल में हमारी अंतरंगता
नहीं थी। हमारा पहला कनेक्शन कोलकाता के प्रेस कांफ्रेंस के लिए जाते समय गाड़ी
में हुआ। एक घंटे की ड्रायविंग में हम ‘गाइड’ के गाने सुनते जा रहे थे। मैंने अचानक डिस्कवर किया कि यह
तो ‘पिया तोसे नेहा लागी रे’ जैसा डिफिकल्ट गाना गा ले रही है। उसने लता जी की तरह पूरी
हरकत ली। तभी मैंने कहा था ‘यू शूड सिंग’।
परिणीति- मैं कहूंगी कि कीड़ा मेरे अंदर था। एक अच्दे
दोस्त की तरह आयुष्मान ने मुझे इंस्पायर किया। पुश किया। हम कलाकार आत्मकेंद्रित
होते हैं। दूसरों के भले और हुनर की बात कहां साचते हैं। आयुष्मान ही वजह बना।
आयुष्मान- परिणीति ने मेरी मदद की। कई दृश्यों में
कहा कि कैरेक्टर की तरह मासूम और सीधा हो जा। मैं अपनी लाइफ में इस कैरेक्अर की
तरह सीधा नहीं हूं। अगर मेरे काम की तारीफ होगी तो इसका श्रेय परिणीति को दूंगा।
परिणीमत- आयुष्मान को कुछ बताते समय डर या संकोच नहीं
हुआ। मैं सीधा कह देती थी कि बकवास है। एक और कर.. आयुष्मान भी ईमानदारी से सुझाव
देते थे। ईमानदारी ही हमारे संबंध का आधार है।
बाक्स के लिए
अभिमन्यु के बारे में परिणीति : अभिमन्यु वह इंसान
है,जो हर लड़की का ड्रीम है। वह सहज और प्रेम में आकंठ डूबा हुआ है। वह सिर्फ
बिंदु के बारे में सोचता है। हर तरह से सपोर्ट करता है। वह बिंदु की पहचान और
आजादी का हिमायती है। गौर करें तो आयुष्मान की आंखों से मासूमियत झलकती है,जो
अभिमन्यु कि किरदार से मैच करती है।
बिंदु के बारे में आयुष्मान- बिंदु किसी चिडि़या की
तरह आजाद है। वह अपने समय से आगे जी रही है। उसे जिंदगी जीना आता है। बिंदु के आते
ही पर्दा रोशन हो जाता है। वह अपनी एनर्जी और साचे से सबको मुग्ध कर देती है।
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