रोज़ाना : लौट आई हैं प्रियंका चोपड़ा

रोज़ाना
लौट आई हैं प्रियंका चोपड़ा
-अजय ब्रह्मात्मज
अमेरिका में अभिनय अभियान का पहला चक्र पूरा कर प्रियंका चोपड़ा मुंबई लौट आई हैं। पिछले शनिवार को मुंबई लौटी प्रियंका चोपड़ा अभी दोस्तों से मिल रही हैं और ज़्यादातर शामें पार्टियों में बिता रही हैं। एक अरसे के बाद दोस्तों से मिल रही प्रियंका के पास सुनने-बताने के लिए बहुत कुछ है। रितः सिधवानी ने उनकी वापसी पर दी पार्टी में : दिल धड़कने दो' के कलाकार रणवीर सिंह और निर्देशक ज़ोया अख्तर को भी बुलाया था। रणवीर और प्रियंका की अच्छी छनती है। पर्दे पर दोनों ने भाई-बहन और पति-पत्नी की भूमिकाएं भी निभाई हैं। माना जाता है कि दीपिका पादुकोण और प्रियंका चोपड़ा में कड़ी टक्कर है,लेकिन रणवीर और प्रियंका की दोस्ती एक अलग स्तर की है।
प्रियंका चोपड़ा अपने कैरियर में अभी खास मोड़ पर हैं। अपना उत्कर्ष देने के पहले ही उनके कैरियर में हॉलीवुड का विक्षेप आया। अमेरिका जाकर उन्होंने 'क्वांटिको' टीवी शो के दो सीजन और एक फ़िल्म 'बेवाच' की। फ़िल्म की रिलीज बाकी है। फ़िल्म आने के बाद सही अंदाज लगेगा कि हॉलीवुड में उनके लिए संभावनाओं के पट पूरी तरह से खुलते हैं या नहीं? फिलहाल यही खुशी की बात है कि दीपिका और प्रियंका ने हॉलीवुड की मेनस्ट्रीम फिल्मों से दस्तक दी। हिंदी फिल्मों के कलाकार एक अरसे से इंटरनेशनल प्रोजेक्ट कर रहे हैं,लेकिन अभी तक किसी की पुरज़ोर मौजूदगी जाहिर नहीं हुई है। जानकार बताते हैं कि हॉलीवुड और हिंदी सिनेमा के बीच कलाकारों और तकनीशियनों की आवाजाही और बढ़ेगी। हाल ही में राजकुमार राव ने 'राब्ता' का अपना लुक शेयर किया। उनके इस लुक का प्रोस्थेटिक मेकअप हॉलीवुड के आर्टिस्ट ने भारतीय टीम के सहयोग से तैयार किया।

प्रियंका चोपड़ा फ़िल्म प्रोडक्शन में आ गयी हैं।उनकी माँ प्रोडक्शन देख रही हैं। माँ- बेटी ने एक भोजपुरी और एक मराठी फिल्म का निर्माण किया है। अभी मराठी जितनी सराही जा रही है,उतनी ही भोजुरी कि निंदा हुई थी। प्रियंका की माँ भोकपुरी भाषी हैं,फिर भी उन्हें किसी ने बरगला दिया। प्रियंका चोपड़ा के पास अभी कोई हिंदी फिल्म नहीं है। वह थोड़ी दुविधा में हैं।हॉलीवुड के आफर के लिए वह खुद को खाली रख रही हैं।कई बार ऐसे इंतज़ार में कलाकार खुद का ही नुकसान कर लेते हैं। पुरानी कहावत है...दुविधा में दोनों गए,माया मिली न राम। प्रियंका चोपड़ा ने हिंदी फिल्मों के बाहरी इंतज़ार से बेहतर अपना प्रोडक्शन आरम्भ कर दिया है।वह कल्पना चावला के जीवन पर एक बॉयोपिक की तैयारी कर रही हैं। इसका निर्देशन प्रिया मिश्रा करेंगी। यह उम्दा निर्णय है,क्योंकि हिंदी की प्रचलित फिल्मों में प्रियंका के लिए फिल्में लिखनी होंगी। उम्र और अनुभव से वह सामान्य फिल्में नहीं कर सकतीं। और उनके बाद नई अभिनेत्रियों की कामयाब टुकड़ी आ चुकी है।

Comments

Popular posts from this blog

तो शुरू करें

फिल्म समीक्षा: 3 इडियट

सिनेमालोक : साहित्य से परहेज है हिंदी फिल्मों को