रोज़ाना : बाहुबली का बिज़नेस

रोज़ाना

बाहुबली का बिज़नेस
-अजय ब्रह्मात्मज

उम्मीद तो थी कि एस एस राजामौली की 'बाहुबली' को देश भर में जबरदस्त ओपनिंग मिलेगी। वही हुआ भी। पहले दिन ही देश भर से आ रही खबरें उत्साहजनक हैं। पहले दिन के रिकॉर्डतोड़ कलेक्शन से जाहिर है कि देश के दर्शक उम्मीद और भरोसा बन जाने पर केवल राजनीतिक पार्टियों को ही नही,फिल्मों को भी समर्थन दे सकते हैं। 2015 में आई 'बाहुबली' ने चौंकाया था। तब इस फ़िल्म को मिली प्रतिक्रिया अप्रत्याशित थी। उत्तर भारत के दर्शकों ने परिवार के साथ 'बाहुबली' देखी थी और बार-बार देखी थी। राजामौली ने 'बाहुबली2' की योजना पहली फ़िल्म की कामयाबी के बाद नहीं बनाई थी। वे पहले से ही दो फिल्मों के तौर पर 'बाहुबली' की प्लानिंग की थी। दक्षिण की फ़िल्म इंडस्ट्री में योजना और अनुशासन है। हिंदी फिल्मों की तरह दक्षिण की भाषाओं में 'मौका पर चौका' मारने का फैशन नहीं है।
'बाहुबली' के बिजनेस से ट्रेड पंडित गदगद हैं। उन्‍हें लिखने और बताने के लिए एक नया उदाहरण मिल गया है। प्रारंभिक अनुमान है कि यह फिल्‍म पहले ही दिन 100 करोड़ का आंकड़ा पार कर लेगी। हिंदी में यह फिल्‍म 'धूम 3' और 'प्रेम रतन धन पायो' के पहले दिन के कलेक्‍शन का रिकार्ड तोड़ सकती है। 'धूम 3' ने नियमित रिलीज में 33 करोड़ का कलेक्‍शन किया था और 'प्रेम रतन ध पायो' का कलेक्‍शन 39.5 करोड़ रहा था। ट्रेड पंडित बता रहे हैं कि 'बाहुबली 2' का हिंदी कलेक्‍शन 38 से 40 करोड़ तक हो सकता है। तेलुगू में यह फिल्‍म 55 करोड़ का आंकड़ा पहले ही दिन पार कर रही है। तमिल में 20 करोड़ और ओवरसीज में लगभग 10 करोड़ के कलेक्‍शन से यह भारत की पहली फिल्‍म होगी,जिसने पहले दिन ही 100 करोड़ का कलेक्‍शन कर लिया हो।
फिल्‍म सभी भाषाओं में पसंद आ रही है। खास कर इसकी भव्‍यता और वीएफएक्‍स की तारीफ हो रही है। दो साल से पूछे जा रहे सवाल का जवाब भी दर्शकों को मिल रहा है...हां,फिल्‍म देखेंगे तो पता चल जाएगा कि कटप्‍पा ने बाहुबली को क्‍यों मारा? राजामौली ने 'बाहुबली 2' की माउंटिंग पहले से बड़ी की है। उन्‍होंनेद भव्‍यता को विस्‍तार और ऊंचाई दी है। पहले दिन के कलेक्‍शन से स्‍पष्‍ट है कि यह फिल्‍म भारत में सर्वाधिक बिजनेस का रिकार्ड स्‍थापित करेगी। यकीन करें,इसके बाद महंगी और भव्‍य फिल्‍मों का फैशन आ सकता है। पाठकों को पता होगा कि एम टी वासुदेवन की कृति पर आधारित 'भीम' की तैयारियां चल रही हैं,जिसकी लागत 1000 करोड़ है।
हिंदी में ऐसी बड़ी और पीरियड फिल्‍म की तरफ फिल्‍मकारों का ध्‍यान नहीं हैं। हालांकि करण जौहर और अन्‍य फिल्‍मकार मिथक और इतिहास पर आधारित बड़ी फिल्‍मों की घोषणाएं करते रहे हैं। 'बाहुबली' की कामयाबी सिर्फ तेलुगू नहीं,भारतीय फिल्‍म इंडस्‍ट्री के लिए गौरव की बात है। इसकी कामयाबी में हिंदी दर्शकों का उल्‍लेखनीय योगदान है।

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