एक साथ हंसी और डर
हंसी और डर एक साथ - सोनू सूद
-अजय ब्रह्मात्मज
सोनू सूद निर्माता बन गए हैं। उन्होंने ‘तूतक तूतक तूतिया’ नामक फिल्म का निर्माण
किया है। वे प्रभुदेवा के साथ इसमें काम भी कर रहे हैं। उन्होंने अपने सफर और इस
फिल्म के बारे में बातें कीं।
सोनू सूद सधे कदमों से आगे बढ़ रहे हैं। क्या उन्होंने
पहले से ऐसी प्लानिंग की थी या सब कुछ खुद ही होता जा रहा है। वे कहते हैं,’मैं इस शहर में आया था तो मेरे पास कुछ भी नहीं था। 500 के 11
नोट थे। यही खयाल था कि इससे एक महीना निकल जाएगा और दकमाई का कोई जरिया निकल
आएगा। वहां से फिल्म निर्माण तक आ गया। यही अफसोस है कि मेरे माता-पिता नहीं हैं
मेरी कामयाबी देखने के लिए। मैंने उनके सपने पूरे किए। इस बीच जैकी चान के साथ भी
फिल्म कर आया।‘
सोनू सूद को फिलमों में मिला पहला मौका याद है। वे
बताते हैं,’चेन्नई के एक कोऑर्डिनेटर थंकड़ बच्चन
हैं। वे मेरी फोटो ले गए थे। उन्होंने तमिल फिल्म दिलवाई। उनके हीरो पुक पर बैठ
कर मैा चेन्नई स्टेशन से प्रोड्यूसर के पास गया था। तमिल और हिंदी फिल्में
मिलती रहीं। हिंदी में ‘भगत सिंह’ से शुरूआत हुई। यहां रास्ते धीरे-धीरे खुले।अभी सफर जारी
है।‘
’तूतक तूतक तूतिया’ सोनू सूद को शुरू में बतौर अभिनेता ही मिली थी। बाद में उन्हें
स्क्रिप्ट इतनी अच्छी लगी कि वे इस फिल्म के निर्माता बन गए। इस फैसले पर आने
की वजह बताते हैं सोनू सूद,’ मुझे प्रोडक्शन में आना
था। मेरे परिचित कहा करते थे कि तू प्रोडक्शन कर सकता है। और वही हुआ। मैं खुद को
एक्सप्लोर करता रहा हूं। नई चीजें सीखता रहता हूं। प्रभुदेवा और डायरेक्टर विजय
परिचित हैं। पहली फिल्म में करीबी लोग हों तो सब कुछ आसान हो जाता है। हिंदी में
हॉरर कॉमेडी फिल्में कम बनी हैं। मुझे बतौर निर्माता जुड़ना सही लगा।‘
सोनू सूद मानते हैं सिर्फ दोस्ती के कारण नहीं,बल्कि
किरदार के लिए उपयुक्त होने की वजह से प्रभुदेवा को चुना गया। वे बताते हैं,’फिल्म का हीरो एक तमिल है,जो मुंबई में रहता है। उसकी इच्छा
है कि किसी खूबसूरत मॉडल से शादी करूं। उसकी इंग्लिश और खास कर ग्रामर सही हो।
फिल्म का हीरो डांसर भी है। प्रभुदेवा मेरे भाई की तरह हैं। उनके निर्देशन में दो
फिल्में कर चुका हूं।‘ इस फिल्म की विशेषताओं के
बारे में वे आगे कहते हें,’ मैंने इस फिल्म में पंजाबी
और दक्षिण के म्यूजिक का तड़का डाला है। उसके लिए मैाने खुद संगीत तैयार किया। इस
फिल्म का ‘रेलगड्डी’ में मेरा संग्रीत है। इस फिल्म में मैंने गाना भी गाया है। ‘टुटक टुटक टूटिया’ से मेरी म्यूजिकल जर्नी
आरंभ हुई है। मां कहा करती थी और मुझे भी जगता है कि मेरे अंदर म्यूजिक का अनरियल
सेंस है।‘
‘तूतक तूतक तूतिया’ में सोनू सूद एक रोल भी कर रहे हैं। वे कहते हैं,’ मैं एक साथ कई काम कर लेता हूं। कॉलेज के दिनों में एक फैशन
शो किया था मैंने तो खुद ही रैंप पर चला था। हालांकि एक्टर के साथ प्रोड्यूसर
बनना मुश्किल काम है,लेकिन कौन सा काम आसान है। मुझे ऐसी व्यस्तता में मजा आता
है। मैाने फिल्म निर्माण के हर पहलू में योगदान किया है। दूसरे की फिल्म रहती तो
इसे हस्तक्षेप माना जाता। यह मेरी फिल्म है तो किसी को दिक्कत नहीं थी।‘ काम के प्रति समर्पण होना चाहिए। सोनू सूद अपनी जिंदगी से
उदाहरण देते हैं,’ एक फिल्म की शुटिंग के दरम्यान ही
मेरे करीबी कजिन की अचानक मौत हो गई थी। दुख के उन दिनों में भी कैमरे के आगे एक्सप्रेशन
मेंटेन कर रहा था।‘िसंह इज किंग’ के समय मेरी मां गुजर गई थीं। उन दिनों मैं सेट पर कॉमेडी कर
रहा था। कैमरे के आगे हंसाता था और अकेले में बैठ कर रोता था। जैकी चान की फिल्म
की श्ुटिंग के समय पिताजी नहीं रहे। वहां भी वही हाल था। इन तीनों अनुभवों ने
बहुत कुछ सीखा दिया।‘
सोनू सूद की रा में ‘तूतक तूतक तूतिया’ में फन है। वे जोर देकर कहते हैं,’मैं सही कहूंगा कि दिमाग लेकर आएं और मेरी फिल्म देखें तो
अधिक मजा आएगा। फिल्म में एंटरटेन करने के सारे मसाले हैं। अप इसे देखते हुए
डरेंगे फिर हंसेंगे और कई बार हंसते-हंसते डर जाएंगे।‘
Comments