तड़का है मेरे निगेटिव किरदार में-अक्षय खन्ना
-अजय ब्रह्मात्मज
एक अंतराल के बाद
अक्षय खन्ना आ रहे हैं। वे रोहित धवन की फिल्म ‘ढिशुम’ में जॉन अब्राहम और वरुण
धवन के साथ दिखेंगे। व्यक्तिगत कारणों से अक्षय खन्ना ने बीच के सालों में कोई फिल्म
नहीं की। फिर जब तैयार हुए तो सही स्क्रिप्ट चुनने में वक्त लगा। वे कहते हैं,’कुछ ज्यादा ही वक्त लग गया। अब मैं
बहुत खुश हूं कि मैंने ‘ढिशुम’ जैसी फिल्म की। इसी साल
मेरी एक और फिल्म आएगी। दोनों फिल्मों को लेकर मैं खुश और संतुष्ट हूं। एक इंतजार
के बाद मुझे दो ऐसी स्क्रिप्ट मिलीं,जिन्होंने काम के लिए प्रेरित किया। फिर से काम
पर लग गया हूं।‘ वे खुद ही बात बढ़ाते
हैं,’ काम पर कौन नहीं जाना
चाहता? सही काम नहीं मिलने पर
निराशा होती है। कलाकार डिप्रेशन में भी जा सकता है। अभी मुझे अच्छा काम मिला है।
मेरी दूसरी फिल्म नवंबर-दिसंबर तक आ जाएगी। मैं उसमें श्रीदेवी और नवाजुद्दीन सिद्दीकी
के साथ हूं। बहुत ही इंटरेस्टिंग स्क्रिप्ट है।‘
अक्षय खन्ना स्वीकार
करते हैं कि सभी कलाकारों के करिअर में ऐसा गैप आता है। उनके साथ दूसरी बार ऐसा हुआ
है। ‘दिल चााहता है’ के पहले भी उन्हें बैठना पड़ा था।
उस समय भी उन्हें मनमाफिक काम नहीं मिला। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ।अक्षय खन्ना सहज
भाव से बताते हैं,’ मैं तो दूसरी बार ऐसे गैप से निकल रहा हूं। दूसरों के साथ भी ऐसा होता होगा। हिंदी
फिल्मों के बड़े स्टारों की साल में दो-तीन फिल्में तो आ ही जाती थीं। अभी के पॉपुलर
स्टार बड़ी मुश्किल से साल में एक फिल्म करते हैं। वर्किंग स्टायल में फर्क आ गया
है। सभी ने फिल्में कम कर दी हैं। मैं नहीं चाहूंगा कि भविष्य में कभी बैठना पड़े।
लोग सोचते होंगे कि मैं खुद फिल्में नहीं करना चाहता। यह इंप्रेशन है। मैं बताना चाहूंगा
कि कई बार अच्छी फिल्में नहीं मिल पातीं। तब नहीं चाहने पर भी बैठना पड़ता है।‘’ढिशुम’ मिलने के बारे में अक्षय बताते हैं,’रोहित के एक दोस्त मुझे जानते हैं।
उनके जरिए मुलाकात हुई। उनकी स्क््रिप्ट अच्छी लगी। मैाने पहले भी कुछ फिल्मों
में निगेटिव रोल किए हैं। ‘हमराज’ और ‘रेस’ दर्शकों को याद होगी। ‘ढिशुम’ में तीसरी बार निगेटिव
किरदार निभा रहा हूं। यह इंटरेस्टिंग किरदार है। इसमें खास तड़का लगा है। मुझे उम्मीद
है कि मेरा यह किरदार लागों को याद रह जाएगा। उन्हें मजा आएगा।‘ इस बार अक्षय खन्ना संभल कर चल रहे
हैं। वे इसकी वजह बताते हैं,’ मैा बड़े रोल अभी नहीं करना चाहता। आहिस्ता-आहिस्ता एक्टिव हो जाऊंगा। मैंने
अपनी पसंद ही अलग कर ली है। अभी देखता हूं कि लागों को मेरा काम कैसा लगता है? रोहित के साथ मैंने इस किरदार पर काफी
काम किया है।‘ रोहित के साथ काम करने
का अनुभव बहुत अच्दा रहा। अक्षय उन्हें व्यक्तिगत तौर पर पसंद करते हैं। उनकी मेहनत
और सोच के कायल हैं। उनकी खासियत बताते हैं अक्षय,’ रोहित सेट पर सभी को खुश रख्ते हैं,लेकिन कोई समझौता नहीं करते। उन्हें अपना
काम निकालना आता है। यह उनकी परवरिश का असर है। मैं तो उनके साथ बार-बार काम करना चाहूंगा।‘
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