फिल्म समीक्षा -फाइंडिंग फैनी
-अजय ब्रह्मात्मज
सबसे
पहले यह हिंदी की मौलिक फिल्म नहीं है। होमी अदजानिया निर्देशित फाइंडिंग
फैनी मूल रूप से इंग्लिश फिल्म है। हालांकि यह हॉलीवुड की इंग्लिश फिल्म से
अलग है, क्योंकि इसमें गोवा है। गोवा के किरदारों को निभाते दीपिका
पादुकोण और अर्जुन कपूर हैं। इन्हें हम पसंद करने लगे हैं। यह इंग्लिश
मिजाज की भारतीय फिल्म है, जिसे अतिरिक्त कलेक्शन की उम्मीद में हिंदी में
डब कर रिलीज कर दिया गया है। इस गलतफहमी में फिल्म देखने न चले जाएं यह
हिंदी की एक और फिल्म हैं। हां, अगर आप इंग्लिश मिजाज की फिल्में पसंद करते
हैं तो जरूर इसे इंग्लिश में देखें। भाषा और मुहावरों का वहां सटीक उपयोग
हुआ है। हिंदी में डब करने में मजा खो गया है और प्रभाव भी। कई दृश्यों में
तो होंठ कुछ और ढंग से हिल रहे हैं और सुनाई कुछ और पड़ रहा है। यह एक साथ
इंग्लिश और हिंदी में बनी फिल्म नहीं है। इन दिनों हॉलीवुड की फिल्में भी
डब होकर हिंदी में रिलीज होती हैं, लेकिन उनमें होंठ और शब्दों को मिलाने
की कोशिश रहती है। फाइंडिंग फैनी में लापरवाही झलकती है।
गोवा के
एक गांव पाकोलिम में फाइंडिंग फैनी की किरदार रहते हैं। विधवा सास-बहू साथ
में रहती हैं। फर्दी पोस्टमास्टर हैं और पेड्रो पेंटर है। इनके बीच सैवियो
है, जो सालों बाद गांव लौटा है। उनके एकांतिक जीवन मे कोई हलचल नहीं है।
अचानक एक सुबह फर्दी को अपना पुराना प्रेम पत्र मिलता है, जो 46 साल पहले
उसने अपनी प्रेमिका फैनी को लिखा था। उसे पता चलता है कि फैनी उसके प्यार
को जान ही नहीं सकी। एंजी उसकी उदासी खत्म करने के लिए सैवियो की मदद लेती
है। तय होता है कि वे पांचों फैनी की तलाश में जाएंगे। इस यात्रा में हम
गोवा देखते हैं और उन किरदारों के अतीत में भी प्रवेश करते हैं। सभी की
जिंदगी में खालीपन है। पता चलता है कि ऐन वक्त पर दिल की बात नहीं कहने से
सभी प्रेमविहीन जिंदगी जी रहे हैं। फिल्म के आखिर में सभी को अपनी फैनी
यानी मोहब्बत मिल जाती है।
होमी
अदजानिया ने गोवा के पृष्ठभूमि के इन किरदारों की निजी विसंगति में हास्य
पैदा किया है। उनकी नोंक-झोंक और छींटाकशी में विनोद है। होमी इन किरदारों
के माहौल और मूड को अच्छी तरह से चित्रित करते हैं। उन्हें उम्दा कलाकारों
से भरपूर सहयोग मिला है। पंकज कपूर और नसीरुद्दीन शाह ने वैसे इस से बेहतर
परफारमेंस से हमें चकित किया है। डिंपल भी अपनी छोटी भूमिकाओं में
प्रभावित करती रही हैं। फाइंडिंग फैनी वास्तव में दीपिका पादुकोण और अर्जुन
कपूर के लिए उल्लेखनीय हैं। दोनों ने मिले मौके के हिसाब से मेहनत की और
अपनी अदाकारी से संतुष्ट किया है।
हिंदी फिल्मों के आम दर्शक फाइंडिंग फैनी का अपेक्षित आनंद नहीं उठा सकेंगे। फिल्म की भावभूमि उनके लिए नई और अपरिचित है।
अवधि: 105 मिनट
**1/2
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