दरअसल : आलिया भट्ट की इमेज बिल्डिंग
-अजय ब्रह्मात्मज
हम एक ऐसे समाज में रह रहे हैं,जहां साधारण को विशेष और विशेष को अतिसाधारण मानने और समझने का दौर चल रहा है। महेश भट्ट की सुपुत्री आलिया भट्ट फिल्मों में कैमरे के आगे आ चुकी हैं। अभी तक आई उनकी हर फिल्म सफल रही है। उन्हें सराहना भी मिली है। नई पीढ़ी की अभिनेत्रियों में अपनी अदायगी से ज्यादा ताजगी की वजह से उन्हें पसंद किया जा रहा है। बतौर अभिनेत्री अभी उन्हें मुश्किल भूमिकाएं नहीं मिली हैं। हर नई अभिनेत्री आरंभ की कुछ फिल्मों में अपने कच्चेपन के बावजूद स्वाभाविक लगती हैं। उसकी अकेली वजह यही है कि उन भूमिकाओं में हम उन्हें पहली बार देखते समय कुछ नयापन महसूस करते हैं। सामान्य लडक़े-लडक़ी को भी सजा-संवार कर पर्दे पर पेश कर दें तो वह अभिभूत करेगा या करेगी। यकीन न हो तो आप अपनी जवानी की तस्वीरे देख लें। उनमें आप किसी अभिनेता-अभिनेत्री से कम नहीं लगते। नवोदित प्रतिभाओं की परीक्षा चौथी-पांचवीं फिल्म से आरंभ होती है। तब उन्हें किरदार के अनुरूप ढलना होता है। उस समय तक अपने स्वाभाविक अंदाज में वे किरदार में दिखना बंद कर देते हैं। उन्हें सचमुच अभिनय करना पड़ता है।
कुछ समय पहले आलिया भट्ट करण जौहर के शो में गई थीं। यह शो करण जौहर ने ‘स्टूडेंट ऑफ इ ईयर’ के तीनों नए कलाकारों को लेकर बनाया था। इस शो में सामान्य ज्ञान के सवालों के जवाब देते समय आलिया भट्ट ने देश के राष्ट्रपति का नाम पृथ्वीराज चौहान बता दिया था। इसे उनकी मंदबुद्धि से जोड़ का सोशल मीडिया पर लतीफों का रेला सा आ गया। हर तरफ उनकी हंसी उड़ाई जा रही थी। चूंकि वह महेश भट्ट की बेटी हैं,इसलिए वह ज्यादा निशाने पर आ गईं। निश्चित ही इससे उनकी चढ़ती-बढ़ती इमेज को झटका लगा। वैसे सामान्य ज्ञान की परीक्षा ली जाए तो अनेक सितारे उसमें अनुत्तीर्ण हो जाएंगे। सितारों के लिए यह जरूरी शत्र्त भी नहीं है। उनकी लोकप्रियता में इस वजह से कोई आंच भी नहीं आती। आलिया भट्ट और उनके परिवार ने चल रहे इस मखौल को गंभीरता से लिया। दोस्तों और शुभचिंतकों की मदद से उन्होंने यूट्यूब के पापुलर चैनल पर ‘जीनियस ऑफ द ईयर’ वीडियो स्केच डाला। इस विीडियो स्केच में आलिया भट्ट बुद्धि संवद्र्धन की क्लास करती हैं और फिर से करण जौहर के सवालों के जवाब देती हैं। जवाब में अपने ज्ञान से वह करण जौहर का हतप्रभ कर देती हैं। इस वीडियो स्केच की सभी ने तारीफ की। कहा गया कि आलिया भट्ट ने खुद पर हंसने का साहस दिखाया।
ऊपरी तौर पर खुद का मजाक करता हुआ यह वीडियो स्केच साहसी प्रयास लगता है। गौर करें तो पाएंगे कि यह गलत जवाब से हुए इमेज के नुकसान के भरपाई के लिए किया गया सचेत प्रयास है। हाल-फिलहाल में ऐसा कोई दूसरा पीआर एक्सरसाइज देखने को नहीं मिलता। आलिया के दोस्तों और परिवार के सदस्यों ने एक ही झटके में उनके प्रति दृष्टिकोण बदल दिया। कहा जा रहा है कि आलिया खुद पर हंस सकती है। वह साहसी है। यहां साहस के भाव का प्रत्यारोपण सही नहीं है। सभी ने मिल का आलिया भट्ट की छवि को सकारात्मक और उज्जवल करने करी सफल कोशिश की। गलत जवाब से जो दाग लगे थे,उसे धोने में एक हद ते वे कामयाब रहे। इस वीडियो स्केच को करण जौहर कैंप के एक निर्देशक ने डायरेक्ट किया। वीडियो में करण जौहर ने खास भूमिका निभाई। साथ ही भट्ट परिवार भी इस वीडियो में शामिल हुआ। आलिया की वजह से आए कथित पारिवारिक संकट को उन्होंने मिल कर टाला। अर्जुन कपूर और परिणीति चोपड़ा भी इस वीडियो स्केच में नजर आए। कुल मिला कर यह एक एक इनसाइडर की इमेज की क्षतिपूर्ति का प्रयास है। यही इंडस्ट्री आउटसाइडर विद्या बालन की भूल और कंगना रनोट की सीमा पर हंसती और खिल्ली उड़ाती है। आउटसाइडर और इनसाइडर के प्रति फिल्म इंडस्ट्री के रवैए का फर्क भी हमारी समझ में आना चाहिए। हमें फिल्म इंडस्ट्री की इस भेदनीति पर भी गौर करना चाहिए।
Comments