हा हा ...रीमेक राजकुमारी हूं मैं-प्रियंका चोपड़ा
- बताएं ‘जंजीर’ के बारे में?
0 इस फिल्म को लेकर मैं बहुत उत्साहित हूं। मूल ‘जंजीर’ को इस फिल्म के जरिए हम ट्रिब्यूट दे रहे हैं। मूल जैसी फिल्म तो नहीं बनायी जा सकती। अपूर्वा लाखिया ने इसकी जुर्रत भी नहीं की है। यह उनकी और मेरी भी फेवरिट फिल्म है। अगर इस फिल्म में कोई गलती दिखे तो मैं पहले से ही माफी मांगती हूं।
- मूल फिल्म की जया भादुड़ी का किरदार आप निभा रही हैं। क्या कुछ तब्दीली की गई है?
0 मेरा किरदार पूरी तरह से बदल गया है। इस फिल्म में चाकू-छुरी वाली नहीं हूं। मैं न्यूयॉर्क से आई हूं। हिंदी फिल्मों की फैन हूं। भारत एक शादी में आई हूं। बहुत खुश हूं मुंबई आकर। आने के साथ ही एक हत्या की चश्मदीद गवाह बनती हूं। वहरीं से मेरी जिंदगी बदल जाती है। मेरा नाम माला ही है।
- फिल्म के हीरो विजय से क्या रिश्ता रहेगा ?
0 हत्या की चश्मदीद गवाह होने की वजह से विजय खन्ना से संपर्क होता है। वे इस हत्या की तहकीकात कर रहे हैं। हम जुडते हैं और कहानी आगे बढती है। पूरी कहानी तो नहीं बता सकती।
- रामचरण तेलुगू के पापुलर स्टार हैं। हिंदी में यह उनकी पहली फिल्म होगी। कैसा अनुभव रहा?
0 हम ने हिंदी के साथ-साथ तेलुगू में भी ‘जंजीर’ तैयार की है। तेलुगू में इसका नाम ‘तूफान’ है। वहां दो-चार कलाकार बदल दिए गए हैं। हिंदी और तेलुगू दोनों की शूटिंग एक साथ चल रही थी। मुझे तेलुगू नहीं आती। रामचरण हमेशा मदद के लिए तैयार रहते थे। चूंकि उनकी पहली हिंदी फिल्म है,इसलिए मैं भी अपनी सीमा में उनकी मदद कर रही थी। हैदराबाद में रामचरण के साथ शूटिंग करने में भीड़ से निबटना होता था। वे और उनका स्टाफ हमारी सुरक्षाओं का ख्याल रखते थे। मैं चाहूंगी कि हिंदी फिल्मों के दर्शक उनका स्वागत करें।
- आप ने पहली बार ‘जंजीर’ कब देखी थी?
0 मैंने सात-आठ साल पहले इसे टीवी पर देखा था। थिएटर में देखने का संयोग नहीं बन पाया। मुझे बहुत ही एंटरटेनिंग फिल्म लगी थी। प्राण साहब का कैरेक्टर बहुत ही जानदार था। इस फिल्म में बच्चन जी से नजर नहीं हटती। तब यह नहीं सोचा था कि कभी इस फिल्म के रीमेक में काम करूंगी। ‘डॉन’ और ‘अग्निपथ’ की शूटिंग के पहले मैंने वे दोनों फिल्में नहीं देखी थी।
- रीमेक के लिए हां कहने की क्या वजह थी?
0 इस फिल्म की कहानी सुनाने के लिए अपूर्वा आए तो तय था कि हम एक घंटे बैठेंगे। जब वे गए तो सात घंटे बीत चुके थे। हमलोग माला पर डिटेल में बातें करते रहे। मुझे अपूर्वा का अप्रोच और व्यक्तित्व बहुत पसंद आया। फिल्मों के लिए हां कहने से पहले मैं ज्यादा सोचती नहीं हूं। मुझे लोग अच्छे लगने चाहिए।
- यह आपकी तीसरी रीमेक फिल्म है। आपको तो रीमेक राजकुमारी का खिताब दिया जा सकता है। संयोग है कि तीनों फिल्में अमिताभ बच्चन की रही हैं।
0 हां, आप कह सकते हैं कि मैं अमित जी की फिल्मों की रीमेक राजकुमारी हूं। मैं उनकी जबरदस्त फैन रही हूं। अब उनके रोल तो मैं कर नहीं सकती। मुझे कोई विजय के रोल में तो लेगा नहीं। कम से कम इसी बहाने मैं उनकी फिल्मों के रीमेक का हिस्सा बन रही हूं। मैं विजय की हीरोइन बन रही हूं।
- आप तो इस स्थिति में हैं कि किसी निर्माता-निर्देशक से रोल रिवर्सल करवा सकती हैं। यानी विजय का जेंडर चेंज कर दिया जाए और भूमिका आपको सौंप दी जाए।
0 हां, अच्छा आयडिया है। आप किसी से कहिए। हिंदी फिल्मों में किसी हीरोइन की यह औकात नहीं होती कि वह निर्माता-निर्देशक से अपनी मर्जी की फिल्में बनवा सके। हमें तो जो फिल्में मिलती हैं,उन्हीं में से कुछ चुन लेते हैं। वैसे भी फिल्ममेकिंग डायरेक्टर का मीडियम है। यह उसे तय करना होता है कि क्या फिल्म बनाए और किसे हीरोइन ले? सच कहूं तो एक्टर ज्यादा क्रेडिट ले जाते हैं। फिल्म बनाने में उनकी हिस्सेदारी बहुत ज्यादा नहीं रहती।
- इन दिनों आप बहुत व्यस्त हैं। कभी भारत तो कभी अमेरिका, कभी एक्टिंग तो कभी सिंगिंग। सब कुछ कैसे एडजस्ट कर रही हैं? ट्विटर के जरिए आपकी गतिविधियों की जानकारी मिलती रहती है।
0 अपने प्रशंसकों और परिचितों से संपर्क में रहने का ट्विटर अच्छा मीडियम है। अभी तो मैं इंस्टाग्राम के जरिए तस्वीरें भी डाल देती हूं। सचमुच बहुत कुछ एक साथ चल रहा है। मुझे इससे कोई शिकायत नहीं है। मैं एक आर्टिस्ट हूं। मुझे अपना काम जहां ले जाएगा वहां जाऊंगी। अगर मैंने हालीवुड की एनीमेशन फिल्म ‘प्लेन’ की है तो दूसरी तरफ तेलुगू फिल्म ‘तूफान’ भी की है। हर काम को मैं बहुत महत्व देती हूं। पर्सनल लाइफ में मेरे साथ कुछ भी हो काम से मुझे संबल मिलता है। पापा के देहांत के तीन दिनों के बाद मैं काम पर चली गई थी। मैं उनकी कमी को किसी और तरीके से हैंडिल नहीं कर सकती थी। मैं भी समझने की कोशि नहीं कर रही हूं कि मुझे क्या करना चाहिए? हमेशा की तरह मैं फ्लो के साथ बह रही हूं।
- बतौर सिंगर क्या प्रगति है?
0 मैं अपने पापा के सपने को पूरा कर रही हूं। वे मुझे सिंगर के तौर पर देखना चाहते थे। अभी तो सिंगल्स ही आ रहे हैं। अगले साल के आरंभ में अलबम आएगा।
- ‘कृष 3’ के बारे में क्या कहेंगी? उसके फस्र्ट लुक लान्च में आप नहीं थीं?
0 मैं अपनी विदेशी फिल्म ‘प्लेन’ के सिलसिले में बाहर थी। 23 अगस्त को यह फिल्म भारत में रिलीज हुई है। उसमें मैंने ईशानी को आवाज दी है। ‘कृष’ मेरे लिए खूबसूरत फिल्म है। ‘कृष’ की ट्रायलोजी की दो फिल्मों में मैं हूं। इस बार मेरा किरदार थोड़ा विस्तृत हो गया है। मेरे किरदार में जबरदस्त ट्विस्ट आया है। इस फिल्म में रितिक, विवेक और कंगना तीनों ही कमाल करेंगे।
0 इस फिल्म को लेकर मैं बहुत उत्साहित हूं। मूल ‘जंजीर’ को इस फिल्म के जरिए हम ट्रिब्यूट दे रहे हैं। मूल जैसी फिल्म तो नहीं बनायी जा सकती। अपूर्वा लाखिया ने इसकी जुर्रत भी नहीं की है। यह उनकी और मेरी भी फेवरिट फिल्म है। अगर इस फिल्म में कोई गलती दिखे तो मैं पहले से ही माफी मांगती हूं।
- मूल फिल्म की जया भादुड़ी का किरदार आप निभा रही हैं। क्या कुछ तब्दीली की गई है?
0 मेरा किरदार पूरी तरह से बदल गया है। इस फिल्म में चाकू-छुरी वाली नहीं हूं। मैं न्यूयॉर्क से आई हूं। हिंदी फिल्मों की फैन हूं। भारत एक शादी में आई हूं। बहुत खुश हूं मुंबई आकर। आने के साथ ही एक हत्या की चश्मदीद गवाह बनती हूं। वहरीं से मेरी जिंदगी बदल जाती है। मेरा नाम माला ही है।
- फिल्म के हीरो विजय से क्या रिश्ता रहेगा ?
0 हत्या की चश्मदीद गवाह होने की वजह से विजय खन्ना से संपर्क होता है। वे इस हत्या की तहकीकात कर रहे हैं। हम जुडते हैं और कहानी आगे बढती है। पूरी कहानी तो नहीं बता सकती।
- रामचरण तेलुगू के पापुलर स्टार हैं। हिंदी में यह उनकी पहली फिल्म होगी। कैसा अनुभव रहा?
0 हम ने हिंदी के साथ-साथ तेलुगू में भी ‘जंजीर’ तैयार की है। तेलुगू में इसका नाम ‘तूफान’ है। वहां दो-चार कलाकार बदल दिए गए हैं। हिंदी और तेलुगू दोनों की शूटिंग एक साथ चल रही थी। मुझे तेलुगू नहीं आती। रामचरण हमेशा मदद के लिए तैयार रहते थे। चूंकि उनकी पहली हिंदी फिल्म है,इसलिए मैं भी अपनी सीमा में उनकी मदद कर रही थी। हैदराबाद में रामचरण के साथ शूटिंग करने में भीड़ से निबटना होता था। वे और उनका स्टाफ हमारी सुरक्षाओं का ख्याल रखते थे। मैं चाहूंगी कि हिंदी फिल्मों के दर्शक उनका स्वागत करें।
- आप ने पहली बार ‘जंजीर’ कब देखी थी?
0 मैंने सात-आठ साल पहले इसे टीवी पर देखा था। थिएटर में देखने का संयोग नहीं बन पाया। मुझे बहुत ही एंटरटेनिंग फिल्म लगी थी। प्राण साहब का कैरेक्टर बहुत ही जानदार था। इस फिल्म में बच्चन जी से नजर नहीं हटती। तब यह नहीं सोचा था कि कभी इस फिल्म के रीमेक में काम करूंगी। ‘डॉन’ और ‘अग्निपथ’ की शूटिंग के पहले मैंने वे दोनों फिल्में नहीं देखी थी।
- रीमेक के लिए हां कहने की क्या वजह थी?
0 इस फिल्म की कहानी सुनाने के लिए अपूर्वा आए तो तय था कि हम एक घंटे बैठेंगे। जब वे गए तो सात घंटे बीत चुके थे। हमलोग माला पर डिटेल में बातें करते रहे। मुझे अपूर्वा का अप्रोच और व्यक्तित्व बहुत पसंद आया। फिल्मों के लिए हां कहने से पहले मैं ज्यादा सोचती नहीं हूं। मुझे लोग अच्छे लगने चाहिए।
- यह आपकी तीसरी रीमेक फिल्म है। आपको तो रीमेक राजकुमारी का खिताब दिया जा सकता है। संयोग है कि तीनों फिल्में अमिताभ बच्चन की रही हैं।
0 हां, आप कह सकते हैं कि मैं अमित जी की फिल्मों की रीमेक राजकुमारी हूं। मैं उनकी जबरदस्त फैन रही हूं। अब उनके रोल तो मैं कर नहीं सकती। मुझे कोई विजय के रोल में तो लेगा नहीं। कम से कम इसी बहाने मैं उनकी फिल्मों के रीमेक का हिस्सा बन रही हूं। मैं विजय की हीरोइन बन रही हूं।
- आप तो इस स्थिति में हैं कि किसी निर्माता-निर्देशक से रोल रिवर्सल करवा सकती हैं। यानी विजय का जेंडर चेंज कर दिया जाए और भूमिका आपको सौंप दी जाए।
0 हां, अच्छा आयडिया है। आप किसी से कहिए। हिंदी फिल्मों में किसी हीरोइन की यह औकात नहीं होती कि वह निर्माता-निर्देशक से अपनी मर्जी की फिल्में बनवा सके। हमें तो जो फिल्में मिलती हैं,उन्हीं में से कुछ चुन लेते हैं। वैसे भी फिल्ममेकिंग डायरेक्टर का मीडियम है। यह उसे तय करना होता है कि क्या फिल्म बनाए और किसे हीरोइन ले? सच कहूं तो एक्टर ज्यादा क्रेडिट ले जाते हैं। फिल्म बनाने में उनकी हिस्सेदारी बहुत ज्यादा नहीं रहती।
- इन दिनों आप बहुत व्यस्त हैं। कभी भारत तो कभी अमेरिका, कभी एक्टिंग तो कभी सिंगिंग। सब कुछ कैसे एडजस्ट कर रही हैं? ट्विटर के जरिए आपकी गतिविधियों की जानकारी मिलती रहती है।
0 अपने प्रशंसकों और परिचितों से संपर्क में रहने का ट्विटर अच्छा मीडियम है। अभी तो मैं इंस्टाग्राम के जरिए तस्वीरें भी डाल देती हूं। सचमुच बहुत कुछ एक साथ चल रहा है। मुझे इससे कोई शिकायत नहीं है। मैं एक आर्टिस्ट हूं। मुझे अपना काम जहां ले जाएगा वहां जाऊंगी। अगर मैंने हालीवुड की एनीमेशन फिल्म ‘प्लेन’ की है तो दूसरी तरफ तेलुगू फिल्म ‘तूफान’ भी की है। हर काम को मैं बहुत महत्व देती हूं। पर्सनल लाइफ में मेरे साथ कुछ भी हो काम से मुझे संबल मिलता है। पापा के देहांत के तीन दिनों के बाद मैं काम पर चली गई थी। मैं उनकी कमी को किसी और तरीके से हैंडिल नहीं कर सकती थी। मैं भी समझने की कोशि नहीं कर रही हूं कि मुझे क्या करना चाहिए? हमेशा की तरह मैं फ्लो के साथ बह रही हूं।
- बतौर सिंगर क्या प्रगति है?
0 मैं अपने पापा के सपने को पूरा कर रही हूं। वे मुझे सिंगर के तौर पर देखना चाहते थे। अभी तो सिंगल्स ही आ रहे हैं। अगले साल के आरंभ में अलबम आएगा।
- ‘कृष 3’ के बारे में क्या कहेंगी? उसके फस्र्ट लुक लान्च में आप नहीं थीं?
0 मैं अपनी विदेशी फिल्म ‘प्लेन’ के सिलसिले में बाहर थी। 23 अगस्त को यह फिल्म भारत में रिलीज हुई है। उसमें मैंने ईशानी को आवाज दी है। ‘कृष’ मेरे लिए खूबसूरत फिल्म है। ‘कृष’ की ट्रायलोजी की दो फिल्मों में मैं हूं। इस बार मेरा किरदार थोड़ा विस्तृत हो गया है। मेरे किरदार में जबरदस्त ट्विस्ट आया है। इस फिल्म में रितिक, विवेक और कंगना तीनों ही कमाल करेंगे।
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