क्विंटिन टरनटिनो से बातचीत

बाफ्ता के एक सेशन में टरनटिनो से हुई बातचीत...इस बातचीत में आप संक्षेप में टरनटिनो के जीवन,उनकी फिल्‍मों और उनके निर्देशन की शैली के बारे में उनसे जान सकेंगे....टरनटिनो खुद को आर्केस्‍ट्रा कंडक्‍टर मानते हैं और दर्शकों की प्रतिक्रिया को आर्केस्‍ट्रा कहते हैं....वे दर्शकों की प्रतिक्रिया को कंडक्‍ट करते हैं। उन्‍हें हंसने और डरने के लिए कहते हैं...वे इस माध्‍यम के उस्‍ताद हैं....रिजर्वायर डॉग्‍स से लेकर किल बिल और इनग्‍लोयिस बास्‍टर्ड तक हम ने उनकी प्रतिभा देखी है...हिंदी के अनेक युवा फिल्‍मकार उनसे प्रभावित हैं...खास कर विशाल भारद्वाज....यहां देखें उनसे बातचीत...नीचे की लिंक पर क्लिक करें....

Comments

Anonymous said…
Sirji ye Hollywood hai, Hindi cinema nahi hai. aapkee baaton se lagaa kee aapne khud baat kee hai QT se.

Mujhe bhee aashcharya ho raha thaa kee abhee tak aapne facebook par apnee publicity nahi kee. itni umar ho gayee lekin ye bachkaanee aur chichori harkaton se baaj nahi aate aap.
chavannichap said…
आप की मूर्खता पर हंसा जाए या रोया जाए।यहां शेयर की गई है एक बातचीत...कोई बात नहीं। छिप का ढेला फेंकनेचाले आबाद रहें।
Anonymous said…
क्विंटिन टरनटिनो से बातचीत

"क्विंटिन टरनटिनो से बातचीत
बाफ्ता के एक सेशन में टरनटिनो से हुई बातचीत..."

isse kyaa pataa chaltaa hai...koee bhee padhne waalaa insaan yahee sochegaa kee aapne baat kee hai...lekin mujhe yakeen hai kee aap ye akshay aur shahrukh jaise mediocres se hee questions pooch saktey hain..akhir cinemaa kee samajh aapkee kitni hai woh to ham sab jaante hai....ha ha ha ha...

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