दरअसल :सूचनाओं का व्‍यसन है ट्विटर


-अजय ब्रह्मात्‍मज  



पिछले दिनों अमिताभ बच्चन भी ट्विटर पर आ गए। उन्होंने अपना नाम सीनियर बच्चन रखा है। यह ठीक भी है, क्योंकि अभिषेक बच्चन पहले से ही जूनियर बच्चन के नाम से ट्विट कर रहे हैं। बच्चन पिता-पुत्र के साथ हिंदी फिल्मों के अनेक सितारे ट्विटर पर हैं। पापुलर सितारों में शाहरुख खान, सलमान खान, रितिक रोशन, अर्जुन रामपाल, शाहिद कपूर, प्रियंका चोपड़ा, मल्लिका शेरावत, गुल पनाग, लारा दत्ता, दीपिका पादुकोण आदि रेगुलर ट्विट करते हैं। यहां से इनके प्रशंसकों को सारी ताजा सूचनाएं मिलती रहती हैं। साथ ही सितारों को फीडबैक भी मिल जाता है। कम से कम उन्हें अंदाजा हो जाता है कि उनके प्रशंसक क्या सोच रहे हैं?

शाहरुख खान ट्विट के मामले में सबसे बेहतर हैं। उनका विनोदी स्वभाव, बीवी-बच्चों से लगाव, दोस्तों से बर्ताव और मानवता के लिए सद्भाव सब कुछ 140 अक्षरों में अच्छी तरह व्यक्त हो जाता है। उनके संवाद में मैत्री भाव रहता है। वे कभी आतंकित नहीं करते और न ही अपने दर्शन से बोर करते हैं। माय नेम इज खान की रिलीज के समय उन्होंने ट्विट करना आरंभ किया और तब से हर महत्वपूर्ण जानकारी उन्होंने ट्विट के माध्यम से ही दी। सलमान खान अपने मिजाज के मुताबिक सरल और सीधे हैं ट्विट पर। वे बेलौस तरीके से अपनी सोच रखते हैं। पता चलता है कि उनका जेनरल आईक्यू कैसा है और उन्हें किन तरह की बातों में मजा आता है। वैसे उनके प्रशंसक खुश रहते हैं और तत्काल रिएक्ट और रिट्विट करते हैं।

ट्विटर के जरिए हमारे सितारों ने दर्शकों और प्रशंसकों से सीधा रिश्ता बना लिया है। कई बार अखबार और टीवी उनके ट्विट को ही समाचार का रूप देकर प्रकाशित और प्रसारित करते हैं। चूंकि सभी सितारों से हर पल संपर्क नहीं साधा जा सकता और नई परिस्थितियों में सितारों और मीडिया का ज्यादातर संवाद एकतरफा हो रहा है, इसलिए मनोरंजक समाचारों की भूख मिटाने के लिए मीडिया को ट्विटर का निवाला लेना और देना पड़ रहा है। इस सच्चाई को स्वीकार करने में गुरेज नहीं करना चाहिए कि इन दिनों सूचनाओं के वितरण में सितारों की मनमानी बढ़ गई है।

गौरतलब है कि ट्विटर के जरिए दी गई सितारों की सूचनाएं महज जानकारियां होती हैं। उन जानकारियों को मीडिया के लोग, फिल्म पत्रकार, पंडित और विश्लेषक ही सही संदर्भ और परिपे्रक्ष्य देते हैं। संदर्भ और परिप्रेक्ष्य मिलने पर ही जानकारियों का महत्व और वजन बढ़ता है। जाहिर सी बात है कि सितारों और दर्शकों के बीच मीडिया का महत्व बना रहेगा। मीडिया की अपनी एक जरूरी भूमिका है और वह खत्म नहीं होगी। उसी भूमिका की वजह से सितारों को भी मीडिया की जरूरत पड़ती रहेगी।

ट्विटर वास्तव में सूचनाओं की तात्कालिकता का व्यसन है। हम अभी के क्षण में क्या कर, सोच और देख रहे हैं। इसकी जानकारी हमारे मित्रों, शुभचिंतकों और प्रशंसकों को मिल जाती है। यह सोच और सूचनाओं का एकआयामी स्लाइस है। रेगुलर फॉलो करने पर उम्मीद है कि तारतम्य बने और हम किए गए हर नए ट्विट का मतलब समझ सकें। फिर भी यह हमेशा संभव नहीं है। दूसरे यह आत्ममुग्धता से प्रभावित और प्रेरित शगल है। सितारे अपनी तारीफ के कायल होते हैं और अधिकांश फॉलोअर चैलेंज नहीं करते। वे आलोचना करते समय भी आभाचक्र में रहते हैं। एक ही कोशिश रहती है कि दूसरे फॉलोअर भी जान सकें कि हम क्या सोच रहे हैं। क्या कोई सितारा अपने सभी फॉलोअर के जवाब ट्विट या सवाल पढ़ता है? यह मुमकिन ही नहीं है।

Comments

Popular posts from this blog

तो शुरू करें

फिल्म समीक्षा: 3 इडियट

सिनेमालोक : साहित्य से परहेज है हिंदी फिल्मों को