यहां माफी मांगने का मौका नहीं मिलता: अदा शर्मा



विक्रम भट्ट की 1920 अदा शर्मा की पहली फिल्म है, लेकिन फिल्म देखने वालों को यकीन ही नहीं होगा कि उनकी यह पहली फिल्म है। अपने किरदार को उन्होंने बहुत खूबसूरती और सधे अंदाज में निभाया है। प्रस्तुत हैं अदा शर्मा से बातचीत..

पहली फिल्म की रिलीज के पहले से ही तारीफ हो रही है। इसके लिए आपने कितनी तैयारी की थी?

पूरी तैयारी की थी। डांस, ऐक्टिंग और एक्सप्रेशन, सभी पर काम किया था। विक्रम वैसे भी न केवल पूरी सीन को परफॉर्म करके बताते हैं, बल्कि संवाद, इमोशन आदि सब-कुछ समझा देते हैं। उससे काफी मदद मिली।

दूसरी अभिनेत्रियों की तरह थिएटर या ट्रेनिंग लेकर आप नहीं आई हैं?

थिएटर किया है मैंने, लेकिन तब नहीं सोचा था कि ऐक्टिंग करना है। जैसे डांस सीखती थी, वैसे ही थिएटर करती थी। हां, ऐक्टिंग क्लासेज में कभी नहीं गई। मुझे इसकी जरूरत भी नहीं महसूस हुई। मुझे लगा कि मेरे अंदर ऐक्टिंग टैलॅन्ट है और अभ्यास से हम उसे निखार सकते हैं। मेरे खयाल में अभिनय आपके व्यक्तित्व में जन्म से ही आता है।

पहली फिल्म के लिए आपने क्या सावधानी बरती?

अभी बहुत टफ मुकाबला है। आप पहली फिल्म के बहाने किसी से माफी नहीं मांग सकते। आपको पहली बार ही साबित करना है। संवाद, अदायगी, अभिव्यक्ति या कुछ और खराब होने पर यह लॉजिक नहीं दे सकते कि यह तो मेरी पहली फिल्म थी!

पहली फिल्म के रूप में 1920 को स्वीकारने की वजह?

मैं इसे अपने अच्छे कर्मो का फल कहूंगी। मैं भाग्यवादी बात नहीं कर रही हूं। मैं कह रही हूं कि जो सोचा, मेहनत की, तैयारी की, कोशिश की, उन सभी का नतीजा है 1920। इस फिल्म को देखने के बाद हर कोई समझ जाएगा कि मैंने इसके लिए हां क्यों की! शायद इसलिए भी, क्योंकि मुझे पहली फिल्म में ही बड़ा मौका मिला है।

पहली फिल्म के रूप में हर अभिनेत्री रेगुलर कॉमर्शिअॅल फिल्म चाहती है, जिसमें नाच,गाना और रोमांस हो, लेकिन 1920 तो हॉरर फिल्म है?

यह फिल्म पूरी तरह कॉमर्शिअॅल है। यह एक लव-स्टोरी है और रोमांटिक भी। फिल्म शुरू करने से पहले मैंने स्क्रिप्ट पढ़ी थी और लिसा के रोल को समझने के बाद ही हां किया था। मुझे मालूम है कि यह फिल्म क्या देने जा रही है। इसमें मैं बहुत खूबसूरत लगी हूं।

आपने फिल्म की हेअॅर-स्टाइल अपना ली है या ऐसे ही हैं आपके बाल?

ऐसे ही हैं मेरे बाल। फिल्म में बालों को कुछ इस तरह का स्टाइल देना था, जो सुंदर लगे और उस पीरियड के मुताबिक भी। यह नेचुरल स्टाइल है। चूंकि फिल्म में यही लुक है, तो लोगों को लग रहा है कि मैंने फिल्म का लुक ही रख लिया है।

फिल्म के हीरो रजनीश दुग्गल के बारे में क्या कहेंगी?

वे बहुत कॉन्फिडेंट हैं। फिल्म में उनका ईमानदार अभिनय दर्शकों के दिल को जरूर छूएगा। दरअसल, दर्शक उनके किरदार से जुड़ाव महसूस करेंगे। रजनीश ने बहुत अच्छी तरह अपने किरदार को निभाया है। मुझे यकीन है कि वे जल्द ही बड़े स्टार बनेंगे।

क्या 1920 के बाद आपकी प्रतियोगिता करीना और कैटरीना से होगी?

प्रतियोगिता तो रहेगी ही। मेरे खयाल में सभी अभिनेत्रियों की अपनी क्वालिटी है और उन्हें उस क्वालिटी के हिसाब से ही फिल्में मिलती हैं। मेरी कोशिश होगी कि क्वालिटी भी फिल्म में नजर आए। मैं चाहूंगी कि फिल्म लेखक और निर्देशक लिखते और सोचते समय मेरी क्वालिटी को ध्यान में रखें। मुझे लगता है कि जो भी सफल हीरोइनें हैं, वे अपनी मेहनत से हैं।

आप खुद में क्या विशेषता देखती हैं?

मैं कोई एक विशेषता नहीं बता सकती। मैं एक किस्म का रोल नहीं करना चाहती। मैं चाहूंगी कि मुझे कॉमेडी, रोमांटिक और हिस्टोरिकल फिल्में भी मिलें और वैसे भी इमोशनल ड्रामा मैं बेहतर कर सकती हूं। मेरी पहली फिल्म देखने के बाद लोगों को मालूम हो जाएगा कि मुझमें क्या विशेषताएं हैं।

दो-तीन वर्षो में अदा कहां रहेंगी?

मैं इस तरह से कोई करियर-ग्राफ बना कर नहीं चल रही हूं कि इस साल इतना हो गया, तो अगले साल उतना छूना है। मुझे पता है कि फिल्म इंडस्ट्री में बिजनेस प्लानिंग नहीं की जा सकती। यहां कई सारे फैक्टर काम करते हैं। बस, इतना ही कह सकती हूं कि डटी रहूंगी। कोशिश जारी रहेगी कि दर्शकों में मेरी भी पहचान बने।


Comments

Popular posts from this blog

तो शुरू करें

फिल्म समीक्षा: 3 इडियट

सिनेमालोक : साहित्य से परहेज है हिंदी फिल्मों को