चवन्नी सर्वेक्षण

चवन्नी के पाठक बढ़ रहे हैं.यह तो खुशी की बात है.इस ब्लौग पर चवन्नी ने दो सर्वेक्षण किये.उसे अच्छा लगा कि पाठकों ने सर्वेक्षण में हिस्सा लिया।पहला सर्वेक्षण था.चवन्नी पर आने से क्या मिलता है? चार विकल्प थे.१.उपयोगी फिल्म समीक्षा,२.बढती है जिज्ञासा,३.मिलती है जानकारी और४.होती है सनसनी।सचमुच खुशी की बात है कि किसी पाठक को चवन्नी सनसनी नही देता.४१% को चवन्नी पर अजय ब्रह्मात्मज की फिल्म समीक्षा उपयोगी लगी.३४% ने मत दिया कि चवन्नी पढने से जिज्ञासा बढती है और २५% की राय में चवन्नी उनकी जानकारी बढाता है।दुसरे सर्वेक्षण में पूछा गया था कि सांवरिया और ओम शांति ओम में से आप पहले कौन सी फिल्म देखेंगे.तीसरा विकल्प था कोई नही.३०% ने कहा कि वे कोई फिल्म नहीं देखेंगे.चवन्नी अपने इन पाठकों की नाराजगी नहीं समझ पा रहा है. बहरहाल सांवरिया और ओम शांति ओम दोनों को बराबर मत मिले.दोनों फिल्मों को चवन्नी के पाठकों ने ३५-३५% मत दिए।चवन्नी अपने पाठकों को और सक्रिय रूप में देखना चाहता है।

Comments

Popular posts from this blog

तो शुरू करें

फिल्म समीक्षा: 3 इडियट

सिनेमालोक : साहित्य से परहेज है हिंदी फिल्मों को