धन्य हैं देव साहेब!
देव साहेब धन्य हैं.उनका निमंत्रण पत्र आया है.एसएमएस और ईमेल के ज़माने में उनहोंने हाथ से लिखा पत्र भेजा है.हाँ ,तकनीकी सुविधा का फायदा उठा कर उनहोंने यह पत्र स्कैन करवा कर भेजा है.आप इस पत्र को यहाँ पढ़ सकते हैं.चवन्नी ७ की शाम को बतायेगा कि उनहोंने चाय पर क्यों बुलाया था.उनकी सादगी देखिए,लिख रहे हैं अपने साथ चाय पीने का सौभाग्य दीजिए.
Comments
विवरण दीजिएगा
देव साहब का हस्तलेख भी बहुत सुन्दर है।
देव आनंद का अभी सही मूल्यांकन होना है. उनके कॅंट्रिब्यूशॅन को बाद मे खोजा जाएगा जैसा गुरुदत्त के साथ हुआ.
आपकी पोस्ट का इंतेज़ार रहेगा.