सावरिया या सांवरिया ?
चवन्नी परेशां है .हाल ही में संजय लीला भंसाली की नयी फिल्म सांवरिया की पहली झलक दिखी.नीले माहौल में धीमी गति में लड़का,लडकी और बाकी चीजें चलती, उड़ती, गिरती आयीं .भाई,संजय की फिल्म है,उन्हें पूरा हक है...वे चाहे जैसे दृश्य स्थापित करें.चवन्नी को फिलहाल एक ही सवाल करना है कि फिल्म के शीर्षक को सावरिया लिखना कहॉ तक उचित है ? सावारिया का सही उच्चारण सांवरिया ही होगा .यह शब्द सांवर से बना हुआ है,जो साँवल का देशज उच्चारण है।
सांवर से बने शब्द सांवरिया का उपयोग कृष्ण के लिए होता रहा है.मोरे श्याम साँवरे जैसे गीत हम सुनते रहे हैं.हिंदी फिल्मों में सांवरिया का उपयोग प्रेमी के लिए होता रहा है. हो सकता है संजय की फिल्म में इसी अर्थ में इसका इस्तेमाल जुआ हो।
चवन्नी समझ नहीं पा रहा है कि संजय से ऐसी भारी भूल कैसे हो गयी ?क्या संजय को इतनी हिंदी भी नहीं आती.
वैसे हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में फिल्मों के नाम हिंदी में लिखने का चलन खत्म हो रहा है.ज़्यादातर फिल्मों के पोस्टर में सिर्फ अंग्रेजी में नाम दिए जाते हैं.उन नामों में भी एक्स्ट्रा अक्षर जोड़ दिए जाते हैं कि फिल्म की कहानी या स्टार से नहीं तो कम से कम अक्षरों से ही किस्मत पलट जाये और कायाबी मिल जाये.फिल्म शुरू hone के पहले फिल्मों के नाम हिंदी,उर्दू और अंग्रेजी में देने का चलन था.अब केवल अंग्रेजी में फिल्म का नाम लिखकर ही जानकारी देने कि इतिश्री समझ ली जाती है.हम् बहुत ही बुरे दौर से गुजर रहे हैं.हिंदी की फिक्र किसी को नहीं है.कोई परवाह भी नही करता.
सांवर से बने शब्द सांवरिया का उपयोग कृष्ण के लिए होता रहा है.मोरे श्याम साँवरे जैसे गीत हम सुनते रहे हैं.हिंदी फिल्मों में सांवरिया का उपयोग प्रेमी के लिए होता रहा है. हो सकता है संजय की फिल्म में इसी अर्थ में इसका इस्तेमाल जुआ हो।
चवन्नी समझ नहीं पा रहा है कि संजय से ऐसी भारी भूल कैसे हो गयी ?क्या संजय को इतनी हिंदी भी नहीं आती.
वैसे हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में फिल्मों के नाम हिंदी में लिखने का चलन खत्म हो रहा है.ज़्यादातर फिल्मों के पोस्टर में सिर्फ अंग्रेजी में नाम दिए जाते हैं.उन नामों में भी एक्स्ट्रा अक्षर जोड़ दिए जाते हैं कि फिल्म की कहानी या स्टार से नहीं तो कम से कम अक्षरों से ही किस्मत पलट जाये और कायाबी मिल जाये.फिल्म शुरू hone के पहले फिल्मों के नाम हिंदी,उर्दू और अंग्रेजी में देने का चलन था.अब केवल अंग्रेजी में फिल्म का नाम लिखकर ही जानकारी देने कि इतिश्री समझ ली जाती है.हम् बहुत ही बुरे दौर से गुजर रहे हैं.हिंदी की फिक्र किसी को नहीं है.कोई परवाह भी नही करता.
Comments
Durgesh
इका नाम सावारिया करे करी तो कौनो मतबल ही
नाही होत रहिन.. बाकी तो भईया जी ई फ़िलम
रहिन साहब लोगन की तो उका का, जे मरजी नाम
धरे करी....
आप का कहत रहिन........