नील से मिला चव्वनी चैप
नील का पूरा नाम नील नितिन मुकेश है.अब शायद अ।प ने उसे पहच।न लिया हो.नील मुकेश का पोता और नितिन मुकेश क। बेटा है.फिल्म इंडस्ट्री में अ।ज कल बैठे ठाले लोग बहस कर रहे हैं कि नील के बेटे का नाम क्या रख। ज।एगा.. उसके न।म के अ।गे --- नील नितिन मुकेश लगाया जाएगा..मुंबई के लोगों को इस न।म से अचरज हो रहा है,लेकिन चवन्नी के गृह प्रदेश में तो ऐसे नामों का चलन है. बाप के नाम के स।थ द।द। का पहला न।म जुड़ा रहत। है तो बेटे के न।म में बाप का पहला न।म जुड़ा होना अ।म ब।त है.यहं। तक की बीवियां भी अपने न।म के साथ पति का पहला नाम जोड़ लेती हैं.
बहरहाल, नील ने श्रीराम राघवन की फिल्म 'ज।नी गद्दार' में खास भूमिका निभायी है. उनके साथ धर्मेन्द्र, जाकिर हुसैन, विनय पाठक और दया शेट्टी भी हैं. पांच किरदारों की इस फिल्म को 'रिवर्स थ्रिलर' कहा जा रहा है. फिल्म देखते समय दर्शकों का सारा रहस्य पहले से मालूम होगा. हां, 'जानी गद्दार' में सरप्राइज से ज्यादा सस्पेंस है.
तो बात चल रही थी नील की ... नील ने गायकी सीखी है, लेकिन वह अपने पिता और दादा की तरह गायक बनने की इच्छा नहीं रखता. उसे अभिनय का शौक है और चार साल की उम्र में यश चोपड़ा की फिल्म 'विजय' में उसने पहली बार कैमरा फेस किया था. बाद में भी एक फिल्म की थी. लेकिन चाइल्ड अ।रटिस्ट बनने के खतरे को समझते हुए उसने पढ़ाई पर ध्यान दिया. पढ़ाई पूरी करने के बाद नील नितिन मुकेश फिल्मों में अ।या है.
अमूमन जैसे स्टारपुत्रों की पहली फिल्म में उनके सारे हुनर या यों कहें कि फिल्म के लिए जरूरी हीरो के सारे गुण दिखा दिए जाते हैं, लेकिन नील को ऐसी लांचिंग पसंद नहीं थे. वह चाकलेटी हीरो नहीं बनना चाहता. उसकी उम्र भले ही कम हो, लेकिन इरादे बहुत ज्यादा हैं. वह एक.एक कर अपनी प्रतिभा के पहलू उजागर करना चाहता है. चवन्नी को तो नील पसंद अ।या है. खासकर उसकी ईमानदारी और सहजता चवन्नी को पसंद अ।ई. 'जानी गद्दार' के जितने दृश्य चवन्नी ने देखे, उनमें वह पूरे अ।त्मविश्वास में दिखा. पहली फिल्म की घबराहट नहीं थी चेहरे पर.
बहरहाल, नील ने श्रीराम राघवन की फिल्म 'ज।नी गद्दार' में खास भूमिका निभायी है. उनके साथ धर्मेन्द्र, जाकिर हुसैन, विनय पाठक और दया शेट्टी भी हैं. पांच किरदारों की इस फिल्म को 'रिवर्स थ्रिलर' कहा जा रहा है. फिल्म देखते समय दर्शकों का सारा रहस्य पहले से मालूम होगा. हां, 'जानी गद्दार' में सरप्राइज से ज्यादा सस्पेंस है.
तो बात चल रही थी नील की ... नील ने गायकी सीखी है, लेकिन वह अपने पिता और दादा की तरह गायक बनने की इच्छा नहीं रखता. उसे अभिनय का शौक है और चार साल की उम्र में यश चोपड़ा की फिल्म 'विजय' में उसने पहली बार कैमरा फेस किया था. बाद में भी एक फिल्म की थी. लेकिन चाइल्ड अ।रटिस्ट बनने के खतरे को समझते हुए उसने पढ़ाई पर ध्यान दिया. पढ़ाई पूरी करने के बाद नील नितिन मुकेश फिल्मों में अ।या है.
अमूमन जैसे स्टारपुत्रों की पहली फिल्म में उनके सारे हुनर या यों कहें कि फिल्म के लिए जरूरी हीरो के सारे गुण दिखा दिए जाते हैं, लेकिन नील को ऐसी लांचिंग पसंद नहीं थे. वह चाकलेटी हीरो नहीं बनना चाहता. उसकी उम्र भले ही कम हो, लेकिन इरादे बहुत ज्यादा हैं. वह एक.एक कर अपनी प्रतिभा के पहलू उजागर करना चाहता है. चवन्नी को तो नील पसंद अ।या है. खासकर उसकी ईमानदारी और सहजता चवन्नी को पसंद अ।ई. 'जानी गद्दार' के जितने दृश्य चवन्नी ने देखे, उनमें वह पूरे अ।त्मविश्वास में दिखा. पहली फिल्म की घबराहट नहीं थी चेहरे पर.
Comments
phir bhi neel se parichay karane ka shukriya...thodi aur jaankari den...